मंत्री श्री सारंग ने कहा कि बजट में समाज के हर वर्ग—गरीब, युवा, किसान और महिलाओं को सशक्त बनाने पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने विशेष रूप से कृषि क्षेत्र के लिए घोषित नई योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि किसानों की क्रेडिट लिमिट को बढ़ाकर 5 लाख रुपये किया जाना कृषि क्षेत्र में नई ऊर्जा संचारित करेगा। इससे किसानों को अधिक संसाधन उपलब्ध होंगे और उनकी आय में वृद्धि होगी।
मध्यम वर्ग और नौकरीपेशा लोगों को कर राहत
मंत्री श्री सारंग ने बजट में कर सुधारों का उल्लेख करते हुए कहा कि नई कर व्यवस्था के तहत ₹12 लाख तक की वार्षिक आय पर कोई कर देय नहीं होगा। इसके साथ ही ₹75,000 की मानक कटौती के कारण वेतनभोगी करदाताओं को ₹12.75 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। यह कदम नौकरीपेशा और मध्यम वर्गीय परिवारों को आर्थिक संबल प्रदान करेगा और उनकी क्रय शक्ति को बढ़ाएगा।
आर्थिक अनुशासन और समावेशी विकास
मंत्री श्री सारंग ने बजट को संतुलित और समावेशी बताते हुए कहा कि यह देश के आर्थिक अनुशासन को बनाए रखते हुए विकास की गति को तेज करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने वित्तीय स्थिरता बनाए रखते हुए समाज के सभी वर्गों के उत्थान के लिए योजनाएं प्रस्तुत की हैं, जिससे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
युवाओं और गरीबों के कल्याण पर विशेष ध्यान
मंत्री श्री सारंग ने बजट को युवाओं और गरीबों के उज्ज्वल भविष्य की नींव बताया। उन्होंने कहा कि सरकार की यह पहल देश के समग्र विकास को गति देगी और भविष्य की पीढ़ियों को आत्मनिर्भर बनाएगी। उन्होंने केंद्र सरकार को इस दूरदर्शी बजट के लिए बधाई देते हुए कहा कि इससे देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलेगी।