चैत्र नवरात्रि का अत्यधिक महत्व है। यह विशेष पर्व हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होता है और पूरे नौ दिनों तक चलता है। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा अर्चना की जाती है, जो जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का प्रतीक मानी जाती है। विशेष रूप से, इसी दिन से हिंदू नववर्ष की भी शुरुआत होती है, जो नई उम्मीदों और संकल्पों का संचार करता है। सभी लोग 9 दिन उपवास करते हैं और संकल्प लेते हैं ।
उपवास करने से माता की हम पूजन अर्चना तो करते हैं पर क्या हम कुछ ऐसे व्रत रख सकते हैं और संकल्प रख सकते हैं जिसमें आप अपने जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं ।
9 दिन के व्रत किया जा सकते हैं पहला व्रत यह देवी जी के आपकी बहुत बड़ी पूजा होगी ।
1.किसी की भी निंदा ना करें एक दिन ।
2 एक दिन किसी की भी बुराई ना करें खास करके एक महिला होते हुए दूसरी महिला की ।
३. मौन रहे पूरा दिन और अपने आप को ही पहचान है अपने आप को ही समझने की कोशिशकरें ।
4. पूरा दिन कुछ गलत शब्द का उपयोग न करें जिस किसी को तकलीफ ना हो ।
5. संकल्पनाह की आप एक महिला होकर कभी भी दूसरी महिला के चरित्र पर बात नहीं करेंगे ।
6. कभी कोई महिला के बारे में गलत बात की भी जा रही है उसको रोक देंगे और अगर वह आप नहीं कर पा रहे तो आप वहां से हट जाएंगे ।
7. आप एक महिला होकर हमेशा दूसरे महिला का सम्मान करेंगे ।
8. अहंकार से बचेंगे परमात्मा ने आपको बहुत कुछ दिया है पर उसका अहंकार नहीं करेंगे, दुनिया को तो हम नहीं बदल सकते लेकिन हम अपने आप में भी कुछ चीजों में सुधार लेकर आ सकते हैं तो समझ में एक बहुत बड़ा बदलाव आ सकता ।
9. परमात्मा ने एक उद्देश्य के तहत आपको दुनिया में भेजा है अगर आप सब की सेवा कर सकते है तो बिल्कुल करिए धन से नहीं , बुजुर्गों की बच्चों की मदद करके करिए अपने घर में अपने परिवार में अपने माता-पिता सम्मान करकेकरिए ।
10. और नवरात्रि में कन्या पूजन होती है हमारा संकल्प पर हम बस्तियों में बच्चियों को भोजन और उपहार देते हैं आप सभी भी करिए और एक संकल्प के साथ करेंगे तो देखिए इस समाज में कितना तेज़ी से बदलाव आएगा जहां जरूरत है वहां करें यही माता रानी की सबसे बड़ी पूजन और अर्चनाहोगी ।
समाजसेवी योगा टीचर रुचिता जैन