भोपाल /नर्मदापुरम 20/10/2024 (छगन कुशवाहा पिपरिया) नर्मदापुरम/ पिपरिया आज का दिन एक अदभुत दिन है।आज निरंजन सर को साढ़े चार वर्षों की तपस्या का प्रतिफल मिला है।आज सर का सम्मान सेना के सर्वोच्च पद पर आसीन व्यक्ति (नौसेना अध्यक्ष) ने किया है।।सेना सर्वोपरि हमेशा रही है सेना से ही एक बात समझ आती है सेना के प्रत्येक सैनिक जवान कहा जाता है और वह सैनिक पूरे जीवन पर्यन्त अपने द्वारा किए गए कार्यों से जवान का प्रमाण देता है
उसी तरह मध्य प्रदेश के एक छोटे से शहर पिपरिया से निकले एक सैनिक सेना में तो अपनी सेवाएं दी ।
परन्तु सेना जब सेना से निवृत्त होकर अपने गृह ग्राम वापस आए तो वही सेना का अनुभव और वही ऊर्जा यहां के स्थानीय लोगों की सेवा में लगा दी जिससे यहां के समाज के लोगों का भला हो सके।
इस पावन और पुनीत कार्य को करने के लिए उन्होंने एक संस्था संकल्प फाउन्डेशन का संचालन किया और वह संस्था आज पिपरिया में युवाओं के लिए कार्य कर रही है
इन सभी क्रियाकलाप को भूतपूर्व सैनिक के कार्यालय ने देखा और आदरणीय निरंजन जी वैष्णव को सम्मानित किया गया ।