नर्मदापुरम 17/12/2024 (दयाराम कुशवाहा नर्मदापुरम) नर्मदापुरम बांसपानी के जंगल में बिछे मौत के अदृश्य जाल में फंसा टाइगर अदृश्य जाल में मरे टाइगर का शिकार बता रहा है कि जंगल में जंगली जानवर कितने सुरक्षित है ? बैखाफ करेंट लगाकर किया जा रहा है शिकार? बड़ा सवाल जब शिकारियों द्वारा जाल जंगली सूअर के लिए लगाया था फिर उसमें टाइगर कैसे फसा इसका मतलब शिकारी पहले से ही निगरानी रख रहा था की रास्ता टाइगर का है अधिकारी कर्मचारी क्यो नही दे रहे जंगल की सुरक्षा पर ध्यान? लाखो करोड़ो खर्च करने के बाद भी जंगली जानवरो का शिकार अवैध कटाई क्यो नही रूक पा रही है? आज तक आरोपी खुलेआम घूम रहे है। विभाग की सुस्त कार्य प्रणाली आरोपीयो का पता भी नही लगा पाई कि कौन ले गया दाॅत और नाखून,पूछ आखिर कही बड़े शिकारी को जंगल में संक्रीय नही ? देखना है कि कब नाखून,दाॅत और पूछ बरामद होगी ? पूरी घटना आज भी राज बनी हुई है ? वही जंगल में लगातार मर रहे जंगली जानवरो के शिकार से ऐसा मालूम होता है कि विभाग और आला अधिकारी जंगल से केाई सरोकार नही बेसुध है सिर्फ कागजी दिखावा आधे से ज्यादा तो कर्मचारी बंगलो और आफिसो में बैठे है ? जंगल की हिफाजत भगवान भरोसे ? असली शिकारी कब आयेगा हाथ ? बड़ा सबाल ?
नर्मदापुरम बांसपानी के जंगल में बिछे मौत के अदृश्य जाल में फंसा टाइगर विभाग की सुस्त कार्य प्रणाली जिम्मेदार कौन ?
December 17, 2024
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