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इस वर्ष 2024 की अंतिम सोमवती,अमावस्या अब लगायेंगे ड़ेढ वर्ष बाद वर्ष 2026 को नर्मदा नदी मे आस्था की डुबकी,

 नर्मदापुरम 01/012025  (छगन कुशवाहा पिपरिया) नर्मदापुरम    पिपरिया पिपरिया सांडिल्य  ऋषि की तपोभूमि स्थित सांडिया बजार घाट,सीताराम घाट,सिवनी पुल घाट  नर्मदा नदी में पौष माह की अमावस्या पर हजारों श्रद्धालुओं ने सोमवार को बड़े ही आस्था से  स्नान किया । प्रातःकाल 5 बजे से ही कड़कड़ाती की ठंड में श्रद्धालुओं ने स्नान का सिलसिला शुरू किया । नर्मदा तटों पर सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है। यह वर्ष 2024 का अंतिम सोमवार की सोमवती अमावस्या है सोमवती अमावस्या हिंदू धर्म व सनातनियों के लिए इसलिए भी खास है कि वर्ष 2025 में सोमवती अमावस्या योग नही बन रहा । तड़के सुबह 5 बजे से कड़कडाती ठंड में शाम 4 बजे तक नर्मदा के सभी घाटों पर श्रद्धालुओं के स्नान का सिलसिला जारी रहा।

 यहां सोमवती अमावस्या हिंदू धर्म व सनातनियों के लिए इसलिए भी खास है कि वर्ष 2025 में सोमवती अमावस्या नहीं पढ़ रही है सनातियों को इसके लिए 15 जून 2026 का इंतजार करना पड़ेगा ।  पंडित सौरभ व्यास ने बताया कि यह सोमवती अमावस इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि चंद्रमा गुरु ग्रह की राशि धनु में गोचर कर रहे हैं इसके साथ ही कुंभ राशि में शुक्रवार शनि की युति है वृद्धि योग धाम योग और मूल नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है जिससे सोमवती अमावस्या का महत्व अधिक बढ़ गया है इस अवसर पर दान पुण्य और पूजा अर्चन करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।

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