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दीप्ति शर्मा की गेंदबाजी ने रचा इतिहास, साउथ अफ्रीका को 52 रन से हराकर जीता वर्ल्ड कप खिताब |
नर्मदापुरम 03/11/2025 (छगन कुशवाहा पिपरिया) नर्मदापुरम् पिपरिया, मंगलेबजार मुख्य चौराहे पर नगरपालिका की बड़ी स्क्रीन पर महिला क्रिकेट मैच भारी संख्या में दर्शकों से चौराहा खचाखच भर गया । जीत की खुशी एक दूसरे को बधाइयां दी फटाखे भोड़ते खुशी का इजहार किया । वहीं टीम ने इस प्रकार विजय हासिल की,
लंदन।आईसीसी विमेंस वर्ल्ड कप 2025 का फाइनल मुकाबला रोमांच और जज़्बे से भरपूर रहा। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 298 रन बनाए। शेफाली वर्मा ने 87, दीप्ति शर्मा ने 58 और स्मृति मंधाना ने 45 रनों की अहम पारियां खेलीं। अंत में ऋचा घोष ने ताबड़तोड़ 24 गेंदों में 34 रन ठोकते हुए स्कोर को मज़बूत किया।
299 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम ने 39 ओवर तक अच्छी पकड़ बनाई रखी और 200 से अधिक रन जोड़ लिए थे। इस वक्त पूरे देश की सांसे थम गई थीं। तभी गेंद थामी दीप्ति शर्मा ने — और 40वें ओवर में अनेरी डर्कसेन को आउट कर भारत की उम्मीदें फिर जगा दीं।
दीप्ति ने इसके बाद कमाल कर दिया — 42वें ओवर में कप्तान लौरा वॉलवार्ट को आउट किया और उसी ओवर में एक और विकेट लेकर भारत को जीत की दहलीज़ पर पहुंचा दिया। 45वें ओवर में एक सटीक थ्रो से उन्होंने साउथ अफ्रीका की पारी को और झटका दिया।
अंत में अपने आखिरी ओवर में नादिन डीक्लर्क को आउट कर दीप्ति ने भारत को इतिहास रचने वाला क्षण दे दिया। साउथ अफ्रीका की पूरी टीम 246 रन पर सिमट गई और भारतीय महिला टीम ने 52 रन से जीत दर्ज करते हुए विश्व कप का ताज अपने नाम किया।
इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारत की बेटियों ने दुनिया को दिखा दिया कि जज़्बा और हिम्मत हो तो कोई मंज़िल दूर नहीं।
लंदन।आईसीसी विमेंस वर्ल्ड कप 2025 का फाइनल मुकाबला रोमांच और जज़्बे से भरपूर रहा। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 298 रन बनाए। शेफाली वर्मा ने 87, दीप्ति शर्मा ने 58 और स्मृति मंधाना ने 45 रनों की अहम पारियां खेलीं। अंत में ऋचा घोष ने ताबड़तोड़ 24 गेंदों में 34 रन ठोकते हुए स्कोर को मज़बूत किया।
299 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम ने 39 ओवर तक अच्छी पकड़ बनाई रखी और 200 से अधिक रन जोड़ लिए थे। इस वक्त पूरे देश की सांसे थम गई थीं। तभी गेंद थामी दीप्ति शर्मा ने — और 40वें ओवर में अनेरी डर्कसेन को आउट कर भारत की उम्मीदें फिर जगा दीं।
दीप्ति ने इसके बाद कमाल कर दिया — 42वें ओवर में कप्तान लौरा वॉलवार्ट को आउट किया और उसी ओवर में एक और विकेट लेकर भारत को जीत की दहलीज़ पर पहुंचा दिया। 45वें ओवर में एक सटीक थ्रो से उन्होंने साउथ अफ्रीका की पारी को और झटका दिया।
अंत में अपने आखिरी ओवर में नादिन डीक्लर्क को आउट कर दीप्ति ने भारत को इतिहास रचने वाला क्षण दे दिया। साउथ अफ्रीका की पूरी टीम 246 रन पर सिमट गई और भारतीय महिला टीम ने 52 रन से जीत दर्ज करते हुए विश्व कप का ताज अपने नाम किया।
इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारत की बेटियों ने दुनिया को दिखा दिया कि जज़्बा और हिम्मत हो तो कोई मंज़िल दूर नहीं।




