ग्राम बीकोर बाबई में आयोजित स्वर्गीय श्री राधेश्याम पाराशर जी के पुण्यस्मरण में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस डॉक्टर पुष्कर परसाई जी ने कहा कि पितरों के कल्याण के लिए श्रीमद् भागवत सर्वश्रेष्ठ साधन है मन को चंचलता से मुक्त करने के लिए श्रीमद् भागवत सर्वश्रेष्ठ साधन हैं भागवत कथा पितरों को तारती है भागवत कोई मरने के बाद भी प्रेत शरीर में सुन ले तो भी उसका कल्याण हो जाता है श्रीमद् भागवत वेदव्यास जी की अंतिम कृति है भागवत के बाद वेदव्यास जी ने अन्य किसी ग्रंथ की रचना नहीं की । भागवत में भक्ति ज्ञान वैराग्य का विशद विवेचन है वेद के सूत्रों की व्याख्या है भागवत में महाभारत का भी वर्णन है महाभारत का वर्णन करते हुए आचार्य पुष्कर परसाई जी ने कहा कि वर्तमान समय में समाज में विधर्मी द्वारा अफवाह फैला दी गई है महाभारत घर में नहीं रखना चाहिए यह बिल्कुल गलत है महाभारत हमारा इतिहास है हमारी संस्कृति है महाभारत एक लाख श्लोको का हमारा विशाल ग्रंथ है इतिहास को जानना है हमारी संस्कृति को समझना हो तो घरों में महाभारत अवश्य रखना चाहिए आचार्य श्री ने बताया कि भागवत में सत्य की महिमा का वर्णन है जीवन में सत्य का अनुसरण अनुकरण करना चाहिए सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए यदि जीवन में सत्य आ जाए तो परमात्मा की सहजता से प्राप्ति हो जाएगी भगवान स्वयं सत्य स्वरूप है सत्यनारायण है सत्य ही नारायण तक पहुंचाने का सहज सरल मार्ग है कथा का नित्य समय 1:00 बजे से 4:00 बजे तक है आयोजकों ने सभी भक्तों से कथा में आने का आग्रह किया
सत्य परमात्मा की प्राप्ति का सहज साधन है - डॉक्टर पुष्कर परसाई
October 22, 2024
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