शहर के बड़े बड़े पंडालों में विराजमान होने वाली मां दुर्गा की प्रतिमाओं को मूर्तिकार अंतिम रूप देने में जुटे हैं। मां की मूरत को सुंदर आकार और उनके नौ रूपों में ढाला जा रहा है। कलाकार मूर्तियों में प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल भी कर रहे हैं। प्रतिमा पर बारीकी से किए काम को लोग पसंद करते हैं। शहर के अलावा विभिन्न स्थानों पर जाने वाली प्रतिमा पहले से ही बुक करा ली जाती हैं।
नवरात्र शुरू होने में चंद दिन दिन शेष बचे हैं। 3 अक्टूबर को कलश स्थापित करके प्रथम देवी शैलपुत्री का पूजन होगा। दुर्गा पूजा समिति के सदस्य इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं।
दुर्गा प्रतिमा तैयार करने में मूर्तिकार और पूजा पंडाल को आकर्षक बनाने में समिति के सदस्य लगे हुए हैं। शहर में मूर्तिकारों के द्वारा इन दिनों दुर्गा उत्सव के लिए प्रतिमाओं मे अंतिम निर्माण का कार्य किया जा रहा है।