सत्येंद्र जोशी रायसेन गैरतगंज/रायसेन 6/9/24 को रात्रि 9:20 पर राहगीरों द्वारा पुलिस को सूचित किया की ग्राम जमुनिया के पास महूना जाने वाले रास्ते पर एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। सूचना पर तत्काल पुलिस मौके के लिए रवाना हुई जाकर देखा तो ग्राम महूना निवासी पुरुषोत्तम राय का शव पड़ा हुआ है। पुरुषोत्तम राय अपनी कियोस्क की दुकान बंद करके मोटरसाइकिल से ग्राम महुना घर जाने के लिए निकला था। रास्ते में भंवरगढ़ के पास अज्ञात आरोपी ने उसकी गला रेत कर हत्या कर दी। अज्ञात आरोपी के विरुद्ध हत्या का अपराध धारा 103 बीएनएस का पंजीवद्ध कर विवेचना मे लिया गया।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक रायसेन श्री पंकज कुमार पाण्डेय के निर्देशन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कमलेश कुमार खरपुसे के मार्गदर्शन में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) बेगमगंज श्री आलोक श्रीवास्तव के नेतृत्व में थाना प्रभारी गैरतगंज श्री महेश तान्डेकर द्वारा अज्ञात आरोपी की तलाश पतारसी हेतु तत्काल विशेष अनुसंधान दल गठित किया गया। पुलिस की कार्यवाही विवेचना के दौरान गठित टीम द्वारा अज्ञात आरोपी की तलाश पतारसी हेतु तकनीकी साक्ष्य एवं मुखबिर सूचना के आधार पर आरोपी तक पहुंचने के लिए मामले की प्रत्येक कड़ी से कड़ी जोड़ते हुये आरोपी तक पहुंचने में सफलता प्राप्त की तथा आरोपी रोहित जैन को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की तो रोहित जैन ने मृतक पुरूषोत्तम राय की हत्या करना स्वीकार किया। पुलिस के सामने सम्पूर्ण घटना क्रम उगल दिया। आरोपी से जप्त सामग्रीः मृतक के मोबाईल के टुकड़े, सिम आरोपी रोहित जैन के दो मोबाईल, घटना में प्रयुक्त चाकू, वक्त घटना पहने हुये कपड़े एवं मोटर साईकल सहित आरोपी को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपीः- रोहित जैन पिता स्व. उत्तमचंद जैन उम्र 19 साल निवासी ग्राम जमुनिया उचेहरा थाना सिलवानी जिला रायसेन
हत्या का कारण :- सनसनीखेज हत्या के पीछे आपसी लेन देन को लेकर हुआ विवाद था। सरहानिया भूमिका :- आरोपी की गिरफ्तारी एवं मामले के खुलासे में टीआई गैरतगंज श्री महेश तान्डेकर, टीआई बेगमगंज संतोष सिंह ठाकुर, थाना प्रभारी देवनगर उनि. शैलेन्द्र दायमा, थाना प्रभारी सुल्तानगंज उनि श्यामराज सिंह, उनि. केशव शर्मा, उनि. वीरेन्द्र विश्वकर्मा, उनि. सुनन्दा खरे, सायवर सेल सउनि सुरेन्द्र सिंह, प्रआर 204 मुन्ना मसराम, प्रआर 369 अरूणकान्त शर्मा, प्रआर. 123 निरंजन सिंह, आर. 737 उदयवीर सिंह तथा प्रआर. श्याम रघुवंशी का महत्वपूर्ण योगदान है। पुलिस अधीक्षक रायसेन द्वारा टीम को 10,000 रूपय ईनाम की घोषणा की गई है।