दिनांक 5.7.2025 ( गोपाल कुशवाहा जिला सिवनी )
छपारा नगर मुख्यालय का मामला बिना मान्यता के चल रहा मां शारदा शिशु संस्कार विद्यालय
3 माह बाद भी शिक्षा विभाग नहीं कर पाया कार्यवाही, सैकड़ो बच्चों का भविष्य खतरे में
छपारा - जनपद शिक्षा केंद्र मुख्यालय में ही शिक्षा अधिकार अधिनियम की खुलेआम धज्जिया उड़ाई जा रही हैं। दरअसल नगर के महावीर वार्ड स्थित शीशगर वार्ड में बिना मान्यता के मां शारदा शिशु संस्कार विद्यालय पिछले तीन महीनों से संचालित हो रहा हैं और जिम्मेदार अधिकारी आंख बंद कर तमाशा देख रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि नवीन मान्यता हेतु सत्र 2025-26 हेतु उक्त विद्यालय प्रबंधन द्वारा नवीन मान्यता हेतु आवेदन किया गया था। निरीक्षण उपरांत बीआरसी कार्यालय छपारा के द्वारा 14 बिंदुओं पर मान्यता नहीं दिए जाने के लिए जिला शिक्षा केंद्र को अभिमत दिया गया था। इसी अनुशंसा का हवाला देते हुए जिला शिक्षा केंद्र के परियोजना समन्वयक के द्वारा भी उक्त विद्यालय को मान्यता प्रधान नहीं की गई थी।
## नियमों को ताक पर रख चल रहा विद्यालय ##
निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 18 के प्रयोजन के लिए निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा के अधिकार का अधिनियम 2011 के नियम 11के उपनियम 4 के अधीन स्कूल को मान्यता में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि विद्यालय में उपयुक्त संसाधन नहीं होने की दशा में मान्यता नहीं प्रदान की जा सकेगी किंतु उक्त विद्यालय प्रबंधन के द्वारा लापरवाही पूर्वक और सैकड़ो छात्रों के भविष्य को ताक पर रख बिना मान्यता के विद्यालय का संचालन किया जा रहा हैं।
जिला शिक्षा केंद्र के अधिकारियों ने बंद कराया विद्यालय
छपारा मुख्यालय में संचालित बिना मान्यता के विद्यालय की जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारियों को नहीं है उक्त बिना मान्यता के चल रहे विद्यालय में लगभग तीन सैकड़ा से अधिक छात्रों का भविष्य दाव पर लगा हुआ है , यदि उक्त विद्यालय के संचालन की खबर अधिकारियों को है तो क्या यह अधिकारियों का खुला संरक्षण नहीं है?
## बिना मान्यता के चल रहे विद्यालयों को टी सी जारी करने का दिया गया था नोटिस ##
जिला शिक्षा अधिकारी के नोटिस क्रमांक 388/मान्यता/2025 दिनांक 17/06/ 2025 में जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा आदेश किया गया था कि जिन विद्यालयों की मान्यता नहीं प्रदान की गई है वे अपने अध्ययनरत छात्रों की टी सी और दाखिल खारिज रजिस्टर नजदीकी संकुल केंद्र में तत्काल जमा करवाए। किंतु उक्त विद्यालय प्रबंधन के द्वारा मान्यता नहीं मिलने के बाद भी टी सी नजदीकी संकुल केंद्र में जमा नहीं कराई गई बल्कि कक्षाएं भी लगाई जा रही है जिससे उक्त विद्यालय में अध्ययनरत लगभग 3 सैकड़ा अधिक छात्रों का भविष्य खराब होने की कगार पर पहुंच गया हैं।